Growel Agrovet Private Limited specialises in developing, manufacturing, exporting, and marketing premium quality animal healthcare products and veterinary medicines for livestock and poultry. Our product range is designed to ensure the optimum healt...
© 2020 Growel Agrovet Private Limited. All Rights Reserved
July 12, 2015
मुर्गी में रानीखेत रोग का कारक एक नकारात्मक और एकल असहाय आर.एन.ए. विषाणु (RNA Virus) है और इस रोग का मुख्य कारण Avian paramyxovirus type-1(APMV-l) विषाणु है।रानीखेत रोग का संचारण पक्षियों में अन्य संक्रमित पक्षियों के मल, दूषित वायु और उनके दूषित पदार्थ (दाना, पानी, उपकरण, दूषित वैक्सीन, कपडे आदि) के स्पर्श से फैलता है।इस रोग के लक्षण दिखाई देने के कुछ दिनों बाद पक्षियों की मौत हो जाती है।इस रोग से ३० से ४० प्रतिशत तक मुर्गियों की मृत्यु हो जाती है।
अगर यह रोग उच्च स्तर पर आता है, तो १०० प्रतिशत तक मुर्गियों की मृत्यु हो जाती है। इस रोग की ऊष्मायन अवधि (Incubation Period) मुर्गियों में २ से ५ दिन तक होता है।लेकिन कुछ पक्षियों की जातियों में ऊष्मायन अवधि २५ दिन तक देखी गई है।रानीखेत रोग कुक्कुट-पालन को विभिन्न प्रकार से आर्थिक नुकसान पहुँचाता है जैसे मुर्गियों की मृत्यु-दर तेज होती है, शरीर भार में कमी होती है, अंडा उत्पादन में कमी होता है, प्रजनन सम्बधी हानि होती है और उपचार सम्बधित लागत आदि। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए कुक्कुट-पालन करने वाले किसान भाइयों को रानीखेत रोग का समय पर निम्न निदान और उपचार करने चाहिए।
मुर्गी में रानीखेत रोग के लक्षण:
मुर्गी में रानीखेत रोग का निदान:
मुर्गी में रानीखेत के निदान के लिए निम्न बातों का उपयोग किया जा सकता है ।
सर्वप्रथम किसान भाइयों को कुक्कुट-पालन शुरू करने से पहले अच्छी तरह से मुर्गियों के रहन-सहन, खाने-पीने, आदि का अध्धयन कर लेना चाहिए। मुर्गी-घर (हाउस) की और घर के आस-पास की अच्छी तरह से सफाई कर लेनी चाहिए। कुक्कुट-पालन निदान प्रयोगशाला में एलिशा (Elisa) और पी सी आर (PCR) विधि से रक्त की जांच कर के रोग से प्रभावित मुर्गियों को मुर्गियों के समूह से अलग कर देना चाहिए।
मुर्गी में रानीखेत रोग का उपचार:
निम्नलिखित दवाईयों (वेक्सिन) के उपयोग से मुर्गी में रानीखेत का उपचार और रोकथाम की जा सकती है ।
मुर्गी में रानीखेत रोग का रोकथाम और नियंत्रण:
वर्तमान समय मे इस रोग को जड़ से ख़त्म करने वाली कोई भी दवा विकसित नही हो सकी है, परन्तु कुछ दवाईयों (वेक्सिन) के प्रयोग से इस रोग को बड़े क्षेत्र में फैलने से रोका जा सकता है और इस रोग से होने वाले आर्थिक नुकसान को कम किया जा सकता है।
मुर्गीपालन में अधिक से अधिक लाभ आप उच्च कोटि और प्रभावकारी दवाओं के प्रयोग से आप प्राप्त कर सकतें हैं ,ये दवाईंयाँ हैं ग्रोवेल एग्रोवेट की । अगर आपके इलाके में ग्रोवेल की दवायें उपलब्ध नहीं हैं तो आप ऑनलाइन इस लिंक पर जाकर खरीद सकतें हैं । कृपया आप मुर्गीपालन से सम्बंधित इस लेख को भी पढ़ें, मुर्गियों की दवा देने का चार्ट।